My 2nd of 7 blogs, i.e. अनुभवों के पंछी, कहानियों का पेड़, ek chouthayee akash, बोलते चित्र, Beyond Clouds, Sansmaran, Indu's World.
02/11/22
#इन्दु_बाला_सिंह
‘ कितना ख़राब मौसम है।मुझे ब्रेड लेना था इसलिये
नीचे गयी। वरना आराम से बिस्तर में सोयी रहती।’
उम्रदार महिला ने अफ़सोस के साथ कहा ।
बग़ल में खड़े पुरुष ने हुंकारी भरी । वह रात के आठ
बजे ऑफ़िस से लौट रहा था ।
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