#लघु_लेख
-इन्दु बाला सिंह
07:12 PM
25/07/20
कोरोना ने अनगिनत लोगों को कम्प्यूटर फ़्रेंडली बना दिया है । ज़ूम से असंख्य लोग परिचित हो गये हैं ।
स्कूलों में शिक्षक ज़ूम से पढ़ाते हैं । किन्ही किन्ही स्कूलों को गूगल मीट भी भाता है ।
हम आजतक खबरें फ़ेसबुक पर देखते थे । एक दिन कवि सम्मेलन ज़ूम के माध्यम से मैंने फेसबुक ओर देखा । बड़ा अद्भुत लगा विभिन्न देशों के कवियों को अपने आइ पैड पर बिस्तर में लेट कर देखना व सुनना ।
अब तो वेबिनार में दूर दूर के डाक्टरों को भी फेसबुक पर ज़ूम के सहारे सहज ही देखा और सुना जा सकता है।
-इन्दु बाला सिंह
07:12 PM
25/07/20
कोरोना ने अनगिनत लोगों को कम्प्यूटर फ़्रेंडली बना दिया है । ज़ूम से असंख्य लोग परिचित हो गये हैं ।
स्कूलों में शिक्षक ज़ूम से पढ़ाते हैं । किन्ही किन्ही स्कूलों को गूगल मीट भी भाता है ।
हम आजतक खबरें फ़ेसबुक पर देखते थे । एक दिन कवि सम्मेलन ज़ूम के माध्यम से मैंने फेसबुक ओर देखा । बड़ा अद्भुत लगा विभिन्न देशों के कवियों को अपने आइ पैड पर बिस्तर में लेट कर देखना व सुनना ।
अब तो वेबिनार में दूर दूर के डाक्टरों को भी फेसबुक पर ज़ूम के सहारे सहज ही देखा और सुना जा सकता है।
दुनिया बड़ी छोटी लगने लगी है । कोरोना ने हमें दुखी किया है , डराया है पर हमें जोड़ा भी है ।