Wednesday, July 15, 2020

सूरज और हवा ( लोक कथा)


- इन्दु बाला सिंह
एक बार सूरज और चाँद में झगड़ा हो गया । सूरज बोला मैं सबसे बड़ा हवा बोली मैं सबसे बड़ी ।
सूरज ने कहा कि देखो वो बटोही जा रहा है ।
जो भी उसका कोट उतरवा देगा वो बड़ा
कहलायेगा ।
‘ लगाओ शर्त ‘ सूरज ने कहा ।
हवा ने ख़ुशी ख़ुशी शर्त लगा लगा ली ।
अब हवा जोर से बहने लगी । हवा जितने जोर
से बहती उतने जोर से बटोही अपने कोट को
खुद से दबा लेता । हवा बटोही से उसका कोट
उतरवा न पायी ।
अब सूरज ने कहा कि देखो मैं बटोही से उसका
कोट पल भर में उतरवाता हूं ।
अब सूरज पूरी तेज़ी से चमका । चारों तरफ़
इतनी गर्मी बढ़ी कि बटोही पसीने से नहा उठा
। हार कर उसने अपना कोट उतार कर अपने
हाथ में पकड़ लिया ।

No comments:

Post a Comment