#लोक_कथा
माँ का दिल
08/02/23
प्रेमिका ने प्रेमी से कहा -
‘ अगर तुम अपनी माँ का दिल मुझे ला कर दे
सकते हो तो मैं मान लूँगी कि तुम मुझे बहुत
प्यार करते हो।’
प्रेमी दुःखी हुआ सुन कर अपनी प्रेमिका की शर्त ।
पर वह अपनी प्रेमिका को खोना नहीं चाहता था ।
वह अपने घर गया। अपनी माँ को मार कर
उसका दिल ले के अपनी प्रेमिका के पास चला ।
रास्ते में उसे ठोकर लगी तो वह लड़खड़ा गया ।
तभी प्लेट पर रखे दिल से आवाज़ आयी -
‘ बेटा चोट तो नहीं लगी ।’
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