-इंदु बाला सिंह
" मैं ये रोटी कैसे खाऊँगी ? " छ: वर्षीय बालिका मचल पड़ी सूखी रोटी देख कर |
दादी उसे फुसलाई |
" देख मैं खा कर बता रही हूँ | "
वह एक कौर रोटी का दांतों से काट लेती थी फिर गिलास से एक घूंट पानी पी लेती थी |
बालिका मुंह बिदोर कर अपनी दादी का मुंह देखने लगी |
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