एक
मकान दावेदार पांच - दो बेटे व तीन बेटी
थे | मकान के पाँचों हकदार थे |
माता पिता की
मृत्यु के पश्चात एक पुत्र चाहता था कि मकान बिक जाए व पैसे मिल जायें | यह वही
कमाऊ पुत्र था जो अपनी मनमर्जी से एक कमाऊ लड़की से विवाह कर माता पिता से लड़ लिया
और घर कभी नहीं लौटा था | हां पिता की
मृत्यु पर वह सपरिवार आया था पर माता की मृत्यु पर अकेले |
" हम
मकान नहीं बेचेंगे | यह हमारे माता पिता की निशानी है | " चारों भाई बहन बोल
पड़े |
चारों ने मिल कर अदालत में केस ठोंक दिया पांचवें के
विरुद्ध |
" कोर्ट
करेगी न फैसला ! " अब पांचों निश्चिन्त हैं |
पांचों अलग
अलग शहर में रहते हैं और तारीखें पड़ती रहती रहती हैं कोर्ट की |
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