सुनीता
के बगल के बेड पर सिस्टर एक तीस पैंतीस
वर्ष की आदिवासी पेशेंट को लेटने कह कर चली गयी |
पूछने पर पता
चला उस पेशेंट का गायिनिक का आपरेशन है | वह परिवार चालीस किलोमीटर दूर से आया था
| वह पेशेंट अविवाहित थी | भाई के साथ रहती थी इसलिए उसे कम्पनी के अस्पताल में फ्री मेडिकल
फैसिलिटी थी |
भाई अपनी
पत्नी को बहन के पास छोड़ कर बोला .... अभी आता हूँ ....और चला गया | दुसरे दिन भी
न लौटा |
दुसरे दिन उस
पेशेंट का आपरेशन भी हो गया |
बेहोश पेशंट
को वापस बेड पर ला कर सुला दिया गया | हाथ में सैलायिन बोतल लगा था |
ननद को तो
खाना नहीं चाहिए था | भाभी हास्पिटल से खाना ले कर खा ले रही थी | अपने दस वर्षीय बच्चे के साथ जमीन
पर सो जाती थी |
सुनीता
आश्चर्य से देख रही थी किस तरह भाई अपनी पत्नी को अपनी बहन की देखभाल के लिए छोड़
गया था |
No comments:
Post a Comment