"
बढाओ हाथ ! " हंस कर सोना ने कहा आफिस में आये अपने
नए अपने सहकर्मी से |
कुछ दिन पहले
बात बात में इस नये सहकर्मी ने उसे बताया था कि वह अपनी माता पिता की इकलौती
सन्तान है |
" भला
क्यों ? "
" बढाओ
तो सही ! "
और सोना ने
अपने नए सहकर्मी की कलाई में राखी बांध दी |
" क्या
दूं तुम्हें !...जो बोलोगी वो दूंगा | "
" ढेर
सारी सद्भावना | " हंस कर कहा सोना ने |
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