Monday, August 19, 2013

सद्भावना

" बढाओ हाथ ! " हंस कर सोना ने कहा आफिस में आये अपने नए  अपने सहकर्मी से |

कुछ दिन पहले बात बात में इस नये सहकर्मी ने उसे बताया था कि वह अपनी माता पिता की इकलौती सन्तान है |

" भला क्यों ? "
" बढाओ तो सही ! "
और सोना ने अपने नए सहकर्मी की कलाई में राखी बांध दी |
" क्या दूं तुम्हें !...जो बोलोगी वो दूंगा | "

" ढेर सारी सद्भावना | " हंस कर कहा सोना ने |

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