छठ
पर्व की छुट्टी मात्र एक दिन होती थी विद्यालय में |
सुबह विद्यालय
का यूनिफार्म ले कर परिवार के साथ छठ का
अर्ध्य देने गया था सुधीर | वहां से उसका सीधे विद्यालय जाना चाहता था |
एकाएक उसने
देखा नहाते समय उसके भाई को नदी की लहर
बहा ले गयी है | उसने अव देखा न ताव भाई को बचाने के लिए कूद पड़ा नदी में |
सुधीर पानी के
चक्रवात में फंस गया और डूब गया , पर उसके छोटे भाई को औरों ने बचा लिया |
इस घटना के
बाद से छठ त्यौहार की छुट्टी विद्यालय में दो दिन की होने लगी |
छठ त्यौहार का
अर्ध्य तो पहले दिन शाम को और दूसरे दिन सुबह दिया जाता है | अतः छुट्टी तो दो दिन
ही दी जानी चाहिए |