29
December 2014
08:14
-इंदु बाला
सिंह
' अरे
कहां चलीं सुबह ! सुबह ! '
' कहा तो था
परसों सोमवार को स्वच्छ भारत अभियान में जाना है | '
पति महोदय फिर
से अखबार पढ़ने लगे | नौ बज चुके थे इसलिये अखबार आ चूका था | वैसे वे आफिस के लिये
पूरी तरह से सूटेड बूटेड थे | दरवाजा खोल बंद की चिंता न थी क्यों कि दोनों के पास
डुप्लीकेट चाभी थी |
कांजीवरम सड़ी
में वे नहा धो कर चमक रहीं थीं |
फोटो भी तो
खिंचेगी | अखबार में छपेगी |
चौक पर मिसेज
शर्मा ने अपने नौकर को दस झाड़ू के साथ आठ बजे से ही खड़े रहने को कहा था |
कार स्टार्ट
हुयी पत्नी महोदया जा चुकीं थीं |
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