Wednesday, April 23, 2014

बिटिया का फोन


24 April 2014
09:00
             - इंदु बाला सिंह

ट्रिंग ट्रिंग ......ट्रिंग ट्रिंग

" हैलो !..... "
"  हां हां ..घर में है ..... " कहते हुए शर्मा जी ने नौकर से कहा ..." जाओ जया को फोन उठाने को बोलो ... "
दूसरा फोन घर में ड्राईंग रूम में  था |
शर्मा जी बड़बड़ाने लगे ..... " अब ग्यारह कला की बच्ची के भी फोन आने लगे .... "
कुछ देर बाद वे टेबल पर रखा अपना रिसीवर उठा कर अपनी बिटिया और उसके मित्र की बातें सुनने लगे |

और आफिस में सामने बैठा मैनेजर सोंचने लगा .... " ऐसा पहरा आखिर कब तक ? "

No comments:

Post a Comment