Monday, January 6, 2014

काठ हृदया लड़की

" अरे इ लड़की त एतनी काठ हृदया हव कि विदा समय भी ना रोई .... | "

हमेशा ऐसा नाम कमाने वाली लड़की ने अपना नाम बनाये रखा |

वेदी पर बैठते समय चाची ने घूँघट खींच दिया |

वेदी के सामने मन्त्रोत्चार के साथ आंसू अविरल बह रहे थे लड़की के |

विदा के समय ननद ने घूँघट खींच दिया |

पिता की ड्योढी लांघते वक्त लड़की का चेहरा नहाया था आंसू से |


घूँघट ने मान रख लिया था काठ हृदया लड़की का |

No comments:

Post a Comment