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अरे इ लड़की त एतनी काठ
हृदया हव कि विदा समय भी ना रोई .... |
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हमेशा ऐसा नाम
कमाने वाली लड़की ने अपना नाम बनाये रखा |
वेदी पर बैठते
समय चाची ने घूँघट खींच दिया |
वेदी के सामने
मन्त्रोत्चार के साथ आंसू अविरल बह रहे थे लड़की के |
विदा के समय
ननद ने घूँघट खींच दिया |
पिता की
ड्योढी लांघते वक्त लड़की का चेहरा नहाया था आंसू से |
घूँघट ने मान
रख लिया था काठ हृदया लड़की का |
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