Saturday, January 11, 2014

मेरी बेटी ही नॉमिनी है

" मेरे पी० एफ० और इंश्योरेंस की नॉमिनी  मेरी बेटी ही रहेगी सदा ..... मैंने तो अपने बैंक अकाउंट की नॉमिनी भी बेटी को ही बनाया है .... तुम दे  देना न अपना धन अपनी बेटी को ... " माँ ने मुंह फेर कर कहा और सब्जी काटने लगी |

पिता ने कहा जानेवाली निगाहों से देखा बेटी को और चप्पल पहन पार्क की ओर चल पड़े |


पांच वर्षीय बेटी सहमी सी अपना गुड्डा  पकड़ माता पिता को देखती रही .... भाई तो दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने पार्क चला गया था |

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