Friday, October 11, 2013

बैंक में रूपये जरूर रखियो

1990


" अरी कुंती ! क्या करेगी इतना पैसा जमा करके ? " मै ने एक दिन हंस कर कहा कुंती से |

" अरी मेरी सहेली ! सच में तू है बड़ी भोली | बुढ़ापे का सहारा तो पैसा है | पैसा तेरे पास न रहा तो दुनिया को क्या अपनों को भी भारी पड़ने लगेगी तू | मेरी मान भले एक कपड़ा पहन तू पर बैंक में रपये जरूर रखियो तू | " कुन्ती ने समझाया मुझे |

दो माह बाद  मैंने सुना | घर की सीढियां उतरते वक्त पैर फिसलने के कारण कुंती की मौत हो गयी है |


इस खबर ने  मुझे सन्न कर दिया |

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